अभी एक शोध में खुलासा हुआ है कि इंसान परिवार के बजाए अपने पार्टनर और दोस्तों के साथ ज्यादा खुश महसूस करता है। दरअसल यह शोध अमेरिका के द्वारा किया गया है जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि लोग अपने परिवार और मित्रों में परिवार के बजाय मित्रों के साथ ज्यादा खुश रहते हैं।
यह शोध अमेरिका के एसएमयू के मनोविज्ञान के प्रोफेसर नाथन हडसन के द्वारा किया गया है जिसमें उन्होंने बताया है कि लोग अपने रोमांटिक दोस्तों के साथ या फिर बच्चों के साथ घूमने पर अधिक खुश रहते हैं।
यह शोध जनरल ऑफ़ पर्सनालिटी और सामाजिक मनोविज्ञान में प्रकाशित किया गया है। मनोवैज्ञानिक का कहना है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग अधिक समय अपने दोस्तों के साथ सुखद गतिविधियों में लगे रहते हैं।
इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि परिवार के सदस्यों के साथ कई बार व्यक्ति कभी-कभी अप्रिय लगने वाले काम भी अपने कर्तव्य को पूरा करते हुए करता है लेकिन दोस्तों के साथ ऐसा नहीं होता है।
प्रोफ़ेसर हडसन ने कहा है कि हमारे इस शोध से पता चलता है कि मित्र बनाम परिजन के बीच हमारे मौलिक रिश्तों से कोई विशेष लेना देना नही होता है।
जब हम संबंधों में खुशियों को सांख्यिकी रूप में मापते हैं तब हम बच्चों, रोमांटिक पार्टनर और दोस्तों के साथ समान रूप से खुश होते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का शोध परिवार के लिए एक आशावादी दृष्टिकोण भी पैदा करता है।
उन्होंने इस शोध के आधार पर सुझाव दिया है कि लोग वास्तव में अपनी रोमांटिक पार्टनर और बच्चों के साथ जिंदगी का आनंद लेते हैं।
यह भी पढ़ें : हॉरर फिल्में देखने वालों की मानसिक शक्ति मजबूत होती है !
इस शोध करने के लिए 400 से अधिक प्रतिभागियों पर अध्ययन किया गया है जिसमें यह बात सामने आई है कि लोग बच्चों, रोमांटिक पार्टनर और दोस्तों के साथ समान रूप से खुश होते हैं।
इस शोध को करने के लिए शोध टीम ने खुशियों को संख्या के रूप में दर्शाया है जिसमें जीरो (0) को कभी खुश न होने से और 6 को हमेशा खुश रहने से दर्शाया गया है।
इस शोध में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने अलग-अलग समय पर कैसा महसूस किया इसके बारे में बताया है। उसे आंकड़े के आधार पर शोधकर्ता ने यह अनुमान लगाया कि दोस्तों और परिवारों के साथ खुशियों की दर क्या रहती है?
शोध में पाया गया है कि लोग रोमांटिक पार्टनर के साथ रहने पर ज्यादा सामूहिकरण करना, आराम करना और खाने-पीने जैसे गतिविधियों में शामिल रहते हैं और खुशी महसूस करते हैं।
यह भी पढ़ें : आखिर क्यों यूनान के अधिकतर घर नीले और सफेद रंग से रंगे जाते हैं ?
इस दौरान उन्हें किसी भी प्रकार का कोई दबाव महसूस नही होता है। वही परिवार के साथ रहने पर कई बार अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए अरुचिकर लगने वाले काम को भी लोगों को करने पड़ जाते हैं।
दोस्तों के इतना ही परिवार वालों के साथ भी खुश रहने के लिए जरूरी है कि परिवार बेमतलब की जिम्मेदारियों को न थोपे बल्कि एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें और उनकी पसंद – नापसंद का सम्मान करें।
कोई भी कर्तव्य अगर खुश होकर निभाया जाता है तब इससे सभी लोग खुश रहते हैं, लेकिन अगर कोई भी कर्तव्य मजबूरी मे निभाया जाता है तब इससे निभाने वाला इंसान परेशान और दुखी होता है और जिसके प्रति कर्तव्य निभाए जाते हैं वह इंसान भी उतना खुश नही होता है।