इन दिनों इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए हर कोई प्रयास कर रहा है।। कभी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए काढ़ा पी रहे हैं तो कभी योग या अन्य विटामिन सप्लीमेंट्स का सेवन कर रहे हैं।
कोरोना वायरस से बचने के लिए इन दिनों इम्यून सिस्टम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि जिन लोगों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है वो लोग कोरोना वायरस को मात आसानी से दे देते हैं और उनकी जान बच जाती है। ज्यादातर जिन्हें कोरोना वायरस का हल्का फुल्का लक्षण ही होता है वह कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद घर पर ही ठीक हो जाते हैं।
ऐसे में इम्यून सिस्टम का मजबूत होना वक्त की जरूरत है लेकिन छोटी-छोटी गलतियां सिस्टम को कमजोर कर देती हैं और उनके बारे में हमें जानकारी भी नहीं होती है कि हमारी किन गलतियों की वजह से हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहा है।
डॉक्टर्स का मानना है कि जो लोग बहुत ज्यादा मीठा खाते हैं उनका इम्यून सिस्टम अच्छा नहीं होता है क्योंकि इम्यून सिस्टम को मीठी चीजे कमजोर बना देती है । कोरोना वायरस की वजह से ज्यादातर लोग बिना जरूरी काम के घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। चूंकि बहुत सारे लोगों को मीठा पसंद होता है और लोग घर में ज्यादा मीठा खाने लगे हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार शरीर में ज्यादा मात्रा में शुगर होगा तो यह इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देती है और शरीर में प्रवेश द्वार पर ही कोरोना वायरस जैसे वायरस और बैक्टीरिया को रोकने की क्षमता कम हो जाती है और शरीर में कोई भी वायरस आसानी से अपनी जगह बना लेता है।
यही वजह है कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा डायबिटीज के रोगियों में देखने को मिल रहा है। इसके अलावा हर तरह के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा डायबिटीज के रोगियों में ही देखने को मिलता है।
सफेद चीनी (रिफाइंड चीनी) से बनी चीजें सेहत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं और यह इम्यून सिस्टम को कमजोर करते हैं। इससे शरीर की किसी भी वायरस से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है और शरीर में जल्दी से इन्फेक्शन, वायरस और बैक्टीरिया का हमला हो जाता है।
दरअसल चीनी के अधिक सेवन करने से किसी भी बैक्टीरिया या वायरस से लड़ने वाले वाइट ब्लड सेल्स कम होने लगते हैं। चीनी वाइट ब्लड सेल्स का नुकसान पहुंचाती है।
वाइट ब्लड सेल्स को किलर सेल्स कहा जाता है और यह हमारे इम्यून सिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है क्योंकि यही वायरस और बैक्टीरिया से लड़ता है।
लेकिन जब शरीर में वाइट ब्लड सेल्स कम मात्रा में बनेंगे तब शरीर के यह सेल्स बैक्टीरिया और वायरस को रोकने में सक्षम नहीं होंगे और शरीर जल्दी से संक्रमण का शिकार हो जाएगा।
यह भी पढ़ें : आइये जाने कमजोर इम्यून सिस्टम के ये लक्षण
हाल में ही हुए न्यूट्रीशन स्टडी के अनुसार अगर रोजाना 75 ग्राम चीनी का सेवन किया जाता है तब यह इम्यून सिस्टम को कमजोर करने का काम करता है। चीनी या चीनी से बने खाद्य पदार्थ का सेवन करने के लगभग 5 घंटे बाद यह वाइट सेल्स उस पर असर डालने लगती है और फिर यह वाइट सेल वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में सही ढंग से काम नहीं कर पाते हैं।
इसे दूसरे शब्द में इस तरह से समझ सकते हैं। जैसे मान ले कोई एक व्यक्ति पूरी तरीके से स्वस्थ है और उसे पहले से कोई भी गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन अगर वहां चीनी या चीनी से बने खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन कर लेता है यानी कि अधिक मीठा खा लेता है तब उसे संक्रमण होने की संभावना अधिक रहती है। उसका शरीर वायरस की चपेट में जल्दी आ जाता है और इस तरह शरीर के वायरस को रोकने की क्षमता कम हो जाती है।
यह भी पढ़ें : सीएसआईआर ( CSIR ) के अनुसार हर्ड इम्युनिटी देश के लिए एक बड़ा जोखिम
रोजाना 75 ग्राम चीनी का सेवन हम कब कर लेते हैं पता भी नहीं चलता है। मालूम हो कि 200 ml की सोडा कोल्ड ड्रिंक में 40 ग्राम शुगर होती है और अगर एक कप केक खाया जाए तो उसमें लगभग 46 ग्राम चीनी होती है, यहां तक कि एनर्जी ड्रिंक में 35 ग्राम और लो फैट योगर्ट में 47 ग्राम चीनी पाई जाती है। इंसान दिन भर में खास करके गर्मियों के मौसम में कई बार चाय, कॉफी और शरबत पीता है जिसके जरिये रोजाना अधिक मात्रा में शुगर हमारे शरीर में जाता है।
हालांकि शरीर के लिए शुगर की एक निश्चित मात्रा जरूरी भी होती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए रोजाना की कैलोरीज का 10% हिस्सा शुगर होना चाहिए जो कि लगभग 1 दिन में 6 छोटे चम्मच शुगर खाने के बराबर होता है। इससे ज्यादा शुगर का सेवन सेहत के लिए सही नहीं होता है। मालूम हो कि चीनी के अलावा भी शुगर के अन्य लोग भी होते हैं।