दुनिया के हर देश के लिए उसका अपना राष्ट्रगान और राष्ट्रध्वज बेहद मायने रखता है। आने वाली 15 अगस्त को भारत अपना 74 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने वाला है। जैसा कि हम सब जानते हैं भारत सालों तक ब्रिटिश हुकूमत का उपनिवेश रहा है और 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को आजादी मिली थी।
इसलिए 15 अगस्त देशभर में बड़ी धूमधाम से एक पर्व की तरह मनाया जाता है। इसलिये सब नागरिकों को अपने राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए कि राष्ट्रगान और राष्ट्रध्वज कैसे बना और इनसे जुड़ी जो भी महत्वपूर्ण बातें हैं उन्हें सबको जाना बेहद जरूरी है क्योंकि राष्ट्रगान और राष्ट्रध्वज किसी देश का गौरव होते हैं।
हमे अपने और दूसरे देशों के भी राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत का सम्मान करना चाहिए। आइए जानते हैं अपने देश के राष्ट्रगान और राष्ट्रध्वज से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें –
- भारत को आजादी 15 अगस्त 1947 के दिन मिली थी लेकिन आजादी से बहुत पहले रविंद्र नाथ टैगोर ने भारत के राष्ट्रगान “जन गण मन” की रचना की थी। हालांकि भारत के राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ की रचना राष्ट्रगान के मकसद से नही की थी बल्कि इसे स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लोगों मे राष्ट्र भावना को जगाने के लिए और उन्हें प्रेरित करने के लिए लिखा गया था।
- पहली बार राष्ट्रगान यानी कि ‘जन गण मन’ को 1911 में ‘राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन’ के दौरान गाया गया था और भारतीय संविधान सभा द्वारा 24 जनवरी 1950 को ‘जन गण मन’ को भारत के राष्ट्रगान के रूप में अधिकृत कर लिया गया। तभी से हमारे देश के नागरिकों द्वारा इसे बड़े सम्मान से और नियम के साथ गाया जाता है।
- बता दें कि रविंद्र नाथ टैगोर ने बांग्लादेश के राष्ट्रगान “आमार सोनार बांग्ला” की भी रचना की थी, और पहले बांग्लादेश भारत का ही हिस्सा था।
- भारतीय राष्ट्रगान जन गण मन का अंग्रेजी में अनुवाद महर्षि अरविंद ने अंग्रेजी में किया है।
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राष्ट्रगान से जुड़े नियम :-
भारतीय राष्ट्रगान “जन गण मन” गाते समय अपने स्थान पर अभिवादन के साथ खड़ा होना जरूरी होता है और राष्ट्रगान को कुल 52 सेकंड में गाना होता है। इसमें पांच अंतर पाए जाते हैं।
राष्ट्रध्वज ‘तिरंगा’ :-
भारत का राष्ट्र ध्वज तिरंगा – तीन रंगों से बना है,. लेकिन इसमें 4 रंगों का इस्तेमाल हुआ है। आजादी के कुछ समय पहले 22 जुलाई 1947 को संविधान का निर्माण करने वाली संविधान सभा द्वारा तीन रंग से बने राष्ट्रध्वज को भारतीय राष्ट्रध्वज के रूप में स्वीकृति प्रदान की गई थी। भारतीय राष्ट्रध्वज में तीन रंग – गहरा केसरिया, श्वेत और गहरा हरा होता है, साथ ही इसमें ध्वज के मध्य में श्वेत पट्टी पर हल्के नीले रंग का एक चक्र बना होता है, जिसमें 24 तीलियां होती हैं। भारतीय राष्ट्र ध्वज की लंबाई और चौड़ाई का एक विशेष अनुपात है। भारतीय राष्ट्र ध्वज तिरंगे की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 2:3 का होता है। तिरंगे में सबसे ऊपरी भाग में केसरिया, मध्य में श्वेत और सबसे नीचे हरा रंग होता है।
भारतीय तिरंगे में चक्र का महत्व :-
भारतीय तिरंगे में नीले रंग का 24 तीलियों वाला एक चक्र है। यह चक्र सोमनाथ में स्थित अशोक के धर्म चक्र स्तंभ से लिया गया है। राष्ट्रध्वज में बना यह चक्र आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
केसरिया रंग – भारतीय ध्वज तिरंगा में केसरिया रंग को साहस, त्याग और बलिदान के प्रतीक के तौर पर अपनाया गया है।
श्वेत रंग – श्वेत यानी सफेद रंग का इस्तेमाल तिरंगे में पवित्रता और सच्चाई के प्रतीक के तौर पर प्रदर्शित है।
हरा रंग – तिरंगे का हरा रंग विश्वास और उर्वरता के प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल हुआ है।