आज के समय में हर क्षेत्र में भारतीयों ने अपना वर्चस्व लहराया है और अपने मेहनत और लगन के बलबूते कई सारी भारतीय हस्तियों ने दुनिया में अपना नाम बनाया है । इसी में शामिल है एक नाम विकास खन्ना का । जी हाँ हम बात कर रहे है सेफ विकास खन्ना की, जो कभी अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में लंगर के दौरान रोटियां बनाते थे और कभी छोले भटूरे बेचा करते थे और आज अपने काबिलियत के दम पर दुनिया के जाने-माने सेफ में गिने जाते हैं ।
आज भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में विकास खन्ना के रेस्टोरेंट की श्रृंखला है, जहां पर विभिन्न प्रकार के भारतीय व्यंजन का लुफ्त लोग उठाते हैं । विकास खन्ना का जन्म पंजाब के अमृतसर में हुआ था और आज विकास खन्ना की पहचान दुनिया में भारतीय व्यंजन के सर्वश्रेष्ठ शेफ़ के रूप में है ।
विकास खन्ना जब मात्र 8 साल के थे तब अपनी दादी के साथ अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर जाया करते थे और वहां पर लंगर में सेवा करते थे । इस लंगर के दौरान वो वहां पर रोटियाँ बनाते थे और इसी दौरान उनकी रुचि खाना बनाने में हुई और उन्होंने इसी क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने की ठान ली और धीरे-धीरे उन्होंने कई तरह के पकवानों को बनाना सीख लिया ।
विकास खन्ना ने किटी पार्टी के दौरान ₹20 में थंबसप के साथ खुद छोले भटूरे और पराठे बना कर बेचा करते थे । विकास खन्ना जब अमेरिका के कार्नेल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे तब पढ़ाई के बाद उन्होंने ताज होटल में काम करना शुरू किया ।
उसके बाद ओबराय, वेलकम और लीला होटल में भी काम किया और इन होटलों में काम करने के दौरान विकास खन्ना ने दुनिया के कई जाने-माने सेफ के साथ काम किया । इसके साथ लुधियाना में 2014 में एक प्रतियोगिता में जज बनकर विकास खन्ना ने अपनी एक बुक लांच की जो कि उनकी स्टोरी कम और रेसिपी बुक ज्यादा थी और इसी के साथ विकास खन्ना एक सेलिब्रिटी बनाएं और उसके बाद कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और सफलता की बुलंदियों पर चढ़ते चलेंगे ।
2017 में पेप्सिको ने जब भारतीय भोजन में अनाज, फल और सब्जियों की जरूरत में धान में रखकर पांच नए उत्पाद लांच करने के बारे में सोचा तो उसने 2017 में विकास खन्ना को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था ।
विकास खन्ना ने 2015 में “उत्सव” नाम की पुस्तक प्रकाशित की थी जो 12 भारतीय व्यंजन पर थी । इसमें विकास खन्ना ने भारतीय त्योहारों के दौरान बनाए जाने वाले कई सारे व्यंजनों के बारे में बताया है । विकास खन्ना ने बताया कि उन्हें यह किताब लिखने में करीब 12 साल लग गए ।
विकास खन्ना ने अपनी मेहनत के दम पर आज एक भारतीय सेफ के रूप में पूरी दुनिया मे पहचान बना ली है । अपनी रुचि को ध्यान में रख कर उसे ताराश कर हर कोई अपनी पहचान बना सकता है ।